
आयुष्मान भारत योजना के तहत मुफ्त इलाज का लाभ लेने वाले मरीजों के लिए एक अहम बदलाव किया गया है। अब आयुष्मान कार्ड धारक कुछ खास बीमारियों का इलाज केवल सरकारी अस्पतालों में ही करवा सकेंगे, निजी अस्पतालों में नहीं।
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, अब मस्तिष्क से जुड़ी बीमारियों, डिलीवरी (प्रसव) और बच्चेदानी के ऑपरेशन का इलाज आयुष्मान योजना के तहत प्राइवेट अस्पतालों में बंद कर दिया गया है। इन बीमारियों का मुफ्त इलाज अब सिर्फ सरकारी अस्पतालों में ही उपलब्ध होगा।
मरीजों को होगी थोड़ी परेशानी
अब तक गरीब मरीज इस योजना के तहत ₹5 लाख तक का इलाज प्राइवेट अस्पतालों में भी करा सकते थे, लेकिन इस बदलाव के बाद कई मरीजों को सरकारी अस्पतालों पर निर्भर रहना पड़ेगा।
आज़मगढ़ में 28 निजी अस्पताल शामिल
आज़मगढ़ जिले में आयुष्मान योजना के तहत 28 निजी अस्पतालों में इलाज की सुविधा मिल रही थी। जिले में लक्ष्य से 110% अधिक लोगों के आयुष्मान कार्ड बनाए गए हैं और बड़ी संख्या में लोग इसका लाभ उठा रहे हैं।
स्वास्थ्य विभाग ने कहा है कि ये बदलाव नीतिगत सुधार के तहत किए गए हैं, ताकि सरकारी अस्पतालों को अधिक सशक्त किया जा सके और मरीजों को सरकारी सुविधाओं पर भरोसा बढ़े।